हजारों किसान 13 नवम्बर को दिल्ली के लिए होंगे रवाना

केंद्रीय पूल में छत्तीसगढ़ से चावल उपार्जन नहीं ?

रायपुर 8 नवंबर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में 13 नवम्बर को प्रदेश के हजारों किसान सड़क मार्ग से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। केन्द्र सरकार से पूर्व वर्ष की भांति इस वर्ष भी केन्द्रीय पूल के लिए छत्तीसगढ़ से चावल का उपार्जन करने का करेंगे अनुरोध। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल इस दौरान महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में किसानों की बड़ी सभाओं को सम्बोधित करेंगे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किसान संगठन और किसानों, व्यापारियों तथा खेती किसानी से जुड़े विभिन्न संगठनों से सेन्ट्रल पूल में चावल खरीदी के संबंध में प्रधानमंत्री को पत्र लिखने का आग्रह किया। किसानों से प्राप्त इन चिठ्ठियों को ट्रक में रखकर काफिले के साथ दिल्ली ले जाया जाएगा, जिसे प्रधानमंत्री को सौंपा जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री बघेल छत्तीसगढ़ से दिल्ली जाते समय रास्ते पर पड़ने वाले राज्यों में अनेक किसान सभाओं को भी सम्बोधित करेंगे और छत्तीसगढ़ में किसानों के हितों के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी देंगे। वे छत्तीसगढ़ के किसानों के हित में सेंट्रल पूल में 32 लाख मीटरिक टन चावल की खरीदी के संबंध में पक्ष रखते हुए उनसे समर्थन लेंगे। प्रदेश के राजनीतिक दलों की बैठक में सभी दलों ने राज्य सरकार की 2500 रूपए में धान खरीदी और केन्द्रीय पुल में धान खरीदी का समर्थन दिया है। किसान संगठन और किसानों ने भी सरकार के पक्ष के साथ सहमति व्यक्त की।  
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने वर्ष 2014 में लिए गए निर्णय के अनुसार जो राज्य सरकार किसानों को समर्थन मूल्य पर धान खरीदी पर बोनस देगी उनसे सेन्ट्रल पूल में चावल नहीं लिया जाएगा। लेकिन इसके बावजूद छत्तीसगढ़ में पूर्व में दो वर्षों में इस प्रावधान को शिथिल कर सेन्ट्रल पूल में छत्तीसगढ़ से चावल लिया गया। इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वर्ष 2019-20 में सेन्ट्रल पूल में प्रधानमंत्री से प्रावधान को शिथिल कर सेन्ट्रल पूल में छत्तीसगढ़ से 32 लाख मीट्रिक टन चावल लेने का आग्रह किया है, क्योंकि इस वर्ष धान की ज्यादा आवक की संभावना है। इस संबंध में प्रधानमंत्री और केन्द्रीय खाद्य मंत्री को पत्र भी लिखा गया है, लेकिन वहां से असहमति का पत्र भेजा गया है, जिसमें लिखा है कि 2500 रूपए प्रति क्विंटल में धान खरीदी से बाजार अव्यवस्थित हो जाएगा।