थर्ड जेंडर ने रैंप पर दिखाये जलवे

थर्ड जेंडर ब्यूटी कांटेस्ट 2018

जेसीआई ने छत्तीसगढ़ में किया अनोखा और अदभुत आयोजन

किन्नरों को भी अब सभ्य समाज खुले दिल से स्वीकारे: jci raipur rice city



जेसीआई रायपुर द्वारा प्रदेश में अपने तरह का पहला और अनोखा आयोजन किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ के थर्ड जेंडरों का ब्यूटी कांटेस्ट आयोजित की गई। जेसीआई ने बताया कि थर्ड जेंडर ब्यूटी कांटेस्ट की तैयारी महज तीन माह की थी जिसमें से गुजर कर 18 प्रतिभागी फाइनल राउंड तक पहुंचे है। उन्होने ये महसूस किया की जब हम मदर्स डे, चाइल्ड डे, ओमेनस् डे, वेलेंटाइन डे आदि मना सकते है तो फिर थर्ड जेंडर डे क्यों नहीं ज​बकि कोर्ट ने भी कहा है। इस बात की पीड़ा लिये किन्नर समुदाय के लिये कुछ करने की सोचकर थर्ड जेंडर सोशल वर्कर विद्या राजपूत से मिलकर पूरा कांसेप्ट तैयार कर यह प्रतियोगिता आयोजित की गई। 



मेडिकल कॉलेज सभागार में आयोजित थर्ड जेंडर ब्यूटी कांटेस्ट में प्रदेश भर के किन्नरों ने हिस्सा लिया। रैंप पर उनको चलते देखकर ऐसा जरा भी अहसास नहीं हो रहा थी वे छोटे शहर की एक किन्नर है अपितु प्रोफेसनल मॉडल की तरह वे वॉक करते नजर आये। किन्नरों की ब्यूटी कांटेस्ट को देखने के लिये रायपुर के अलावा अन्य राज्यों से भी सोशल वर्क से जुड़े प्रबुद्ध नागरिक पहुंचे थे। रैंप पर प्रत्येक मॉडल के लिये दर्शक भरपूर उत्साह के साथ समर्थन में तालियां बजा रहे थे। वेस्टन मयूजिक की धून पर अनेक परिधानों में उनकी खूबसूरती देखते ही बनती थी। चार राउंड और 18 प्रतिभागी में किसी एक के सिर पर ताज सजना ही था क्योकि ये प्रतियोगिता है। बहरहाल सभी प्रतिभागी भरपूर उत्साह के साथ प्रोसलनस को भी पीछे छोड़ते हुये बड़े शहरों की मॉडल्स की तरह सबका दिल जीतने में कामयाब रहे।



थर्ड जेंडरों ने बताया अपना दर्द- ब्यूटी कांटेस्ट में भाग देने आये किन्नरों ने समाज से जो आपेक्षा है उसे खुलकर कहा कि हमें अब भी सभ्य समाज दिल से स्वीकार ले यही सबसे बड़ी बात होगी। हम ऐसे है तो इसमें हमारा क्या दोश। हमें भी शौक नहीं अर्धपुरूष सवांग की किन्तु ये तो हार्मोनल असंतुलन है। हमारे अंदर औरतों जैसे व्यवहार आने के बाद घर वाले ही दूत्कार देते है तो बाहर वाले उंगली उठायेंगे ही। बहुत ही बूरा लगता है जब कोई हमें देखकर कमेंट पास करता है। हमें कोई ​बीमारी नहीं है हम हर वो काम कर सकते है ओ एक अन्य स्त्री और पुरूष करते है। किन्तु लोग हमें काम देने से कतराते है। हम मज​बूर है भीख मांगने के लिये जान जोखिम में डाल कर रेल और बस में सफर करते है।




थर्ड जेंडर ब्यूटी कांटेस्ट में उच्च शिक्षितों ने भी लिया भाग- समाज में कई ऐसे लोग है जो थर्ड जेंडर समुदाय के लिये एक मिसाल कायम कर रहे है। पढ़ लिखकर अच्छे काम कर रहे है, व्यवसाय कर रहे है। ऐसे कई प्रतिभागी मिले जो प्रोफसलन रूप से ब्यूटीसियन का काम करते है। कोई आटिस्ट है तो पढ़ाई कर रही है एक प्रतिभागी ऐसे भी थे जो वकालत के पेशे से है और वे आगे जज बनकर समाज की सेवा करना चाहती है।