बासिंग मेले का पारम्परिक रीत-रिवाज के साथ हुआ शुभारंभ

बासिंग मेले में देवी-देवताओं को करायी गयी परिक्रमा


नारायणपुर । नक्सल हिंसा पीड़ित इलाकों के ग्रामीणों को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने हेतु जिला प्रशासन अपनी पहुंच के लिए निरंतर पहल करते हुए सकारात्मक प्रयास कर रहा है। इस दिशा में शुक्रवार 9 जनवरी  को ग्रामीणों की सहभागिता से माड़ के स्थानीय देवी-देवताओं का पारम्परिक रीति-रिवाज, विधि, विधान के साथ पूजा-अर्चना कर बांसिग मेला का शुभारंभ हुआ। पूजा-अर्चना के बाद देवी-देवताओं को मेले की परिक्रमा करायी गई। कार्यक्रम में कलेक्टर पी.एस. एल्मा विशेष रूप से शामिल हुए। 


ग्रामीणों ने कलेक्टर श्री एल्मा और उपस्थितजनों का स्वागत पारम्परिक पगड़ी पहनाकर किया। ग्रामीणों ने कलेक्टर की उपस्थित में विकास की मुख्यधारा में जुड़ने और क्षेत्र के विकास के लिए सहभागिता निभाने का संकल्प दौहराया। इस दौरान ग्रामीणों में अच्छा खासा उत्साह देखा गया। स्थानीय लोक कलाकारों ने पारम्परिक लोक नृत्य प्रस्तुत किए। कलेक्टर ने नकद राशि देकर उनका उत्साहवर्धन किया और उनके साथ तस्वीर भी खिंचवायी। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयंत वैष्णव, सहायक आयुक्त आदिम जाति विकास श्री एस.के. मसरामा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, ओरछा श्री आशीष डे, सहित माड़ के दूरस्थ अचंल के सैकड़ों ग्रामीणजन उपस्थित थे।