वार्षिक शिखर वार्ता सम्मेलन जापान में 28-29 अक्टूबर को, शिंजो से मिलेंगे मोदी
नई दिल्ली। जापान में आयोजित वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिये भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी रवाना हो चुके है। श्री मोदी जापान में 28-29 अक्टूबर को रहेंगे इस दौरान वे वहां के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से 12वीं बार मुलाकात करेंगे। इससे पहले भी वर्ष 2014 और 2016 वार्षिक शिखर वार्ता में वहां जा चूके है तथा राज्य गुजरात में प्रधानमंत्री शिंजो आबे और श्रीमती अकी आबे की मेजबानी करने का सौभाग्य भी मोदी जी को मिला था। जापान, भारत का मूल्यवान साझेदार है। हमारे बीच विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी है। जापान के साथ आर्थिक और रणनीतिक रिश्ते हैं, जिनमें हाल के वर्षों में आमूल परिवर्तन आया है। आज यह साझेदारी बहुत ठोस और उद्देश्यपूर्ण हो गई है। यह भारत की ‘ऐक्ट-ईस्ट’ नीति के मजबूत स्तंभ, मुक्त, खुले और समावेशी भारत-प्रशांत के हमारे साझा दृष्टिकोण तथा प्रतिबद्धता पर आधारित है।
श्री मोदी जापान रवाना होने से पहले कहा कि लोकतांत्रिक देश होने के नाते हमारे मूल्य साझा हैं। हम सबके के लिए शांति और समृद्धि की आकांक्षा करते हैं। भारत और जापान एक-दूसरे के पूरक हैं और इससे हमें मजबूती प्राप्त होती है। जापान आज भारत के आर्थिक और प्रौद्योगिकीय आधुनिकीकरण में सबसे भरोसेमंद साथी है तथा भारत के लिए सबसे बड़ा निवेशक है। मुंबई-अहमदाबाद हाईस्पीड रेल और समर्पित माल गलियारे जैसी परियोजनाओं से हमारे आर्थिक रिश्तों की गहराई प्रकट होती है। ‘मेक इन इंडिया’, ‘स्किल इंडिया’, ‘डिजिटल इंडिया’, ‘स्टार्ट अप इंडिया’ जैसी कई राष्ट्रीय पहलों में जापान अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
जापानी निवेशकों को भारत के आर्थिक भविष्य पर बहुत भरोसा है, जिसमें असंख्य अवसर मौजूद हैं। हम नवाचार, प्रौद्योगिकीयों और उत्कृष्ट व्यवहारों में जापान के वैश्विक नेतृत्व को बहुत मान देते हैं। इस यात्रा के दौरान मुझे रोबोटिक्स में जापान की उच्च तकनीकी क्षमताओं को देखने का मौका मिलेगा। मैं प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ विभिन्न विषयों पर वार्ता करूंगा तथा दोनों देशों के व्यापार तथा उद्योग के दिग्गजों के साथ बातचीत करूंगा। मैं भारतीय समुदाय को भी सम्बोधित करूंगा।
इस बातचीत से हमारे व्यापार और निवेश रिश्तों को और मजबूती प्रदान करने में मदद मिलेगी तथा स्वास्थ्य सुविधा, डिजिटल प्रौद्योगिकी, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, आपदा मोचन और आपदाओं का सामना करने योग्य बुनियादी ढांचे जैसे नए क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। मैं अपने सांसदों, अपने राज्यों और जापान के प्रान्तों के बीच बढ़ते रिश्तों का हृदय से स्वागत करता हूँ। मुझे इस बात की खुशी है कि शिक्षा, कौशल विकास, संस्कृति और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में सक्रिय आदान-प्रदान के जरिए दोनों देशों के लोगों के बीच रिश्ते लगातार बढ़ रहे हैं। मेरी यात्रा से हमारी पारंपरिक मैत्री को प्रोत्साहन मिलेगा, जिसकी जड़े इतिहास में बहुत गहरी हैं और बेहतर तथा अधिक समृद्ध भविष्य के लिए हमारी साझेदारी मजबूत बनेगी।