हमर छत्तीसगढ़ योजना में अब स्वसहायता समूह की महिलाएं भी आएंगी राजधानी

रायपुर ए। छत्तीसगढ़ शासन की बहुचर्चित योजना ‘हमर छत्तीसगढ़’ में जल्द ही एक नया आयाम जुड़ने जा रहा है। पंचायत प्रतिनिधियों एवं सहकारिता प्रतिनिधियों के बाद अब इस योजना से स्वसहायता समूह की महिलाओं को भी जोड़ा जा रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित महिला स्वसहायता समूहों के ग्राम संगठन और संकुल संगठन के पदाधिकारी दो दिनों के अध्ययन भ्रमण पर राजधानी आएंगी। आगामी डेढ़ महीनों में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत प्रदेश के 85 सघन विकासखंडों में काम रही महिला स्वसहायता समूहों की 11 हजार पदाधिकारियों को रायपुर और नया रायपुर का भ्रमण कराया जाएगा।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री आर.पी. मंडल ने सभी कलेक्टरों को परिपत्र जारी कर इस संबंध में आवश्यक तैयारियों के निर्देश दिए हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित महिला स्वसहायता समूह के ग्राम संगठन के अध्यक्ष, सचिव और ग्राम संगठन सहायिका में से दो पदाधिकारियों को भ्रमण दल में शामिल किया जाएगा। संकुल संगठन के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, उपसचिव, कोषाध्यक्ष और लेखापाल सहित सभी पदाधिकारी अध्ययन दल में शामिल रहेंगे।
स्वसहायता समूह के पदाधिकारियों के अध्ययन दौरे की शुरूआत 16 मई से होगी। इस दिन पांच जिलों राजनांदगांव, बेमेतरा, गरियाबंद, कांकेर और बलरामपुर-रामानुजगंज की करीब 600 महिला पदाधिकारी अध्ययन प्रवास पर नया रायपुर पहुंचेंगी। दो दिवसीय अध्ययन यात्रा के दौरान वे छत्तीसगढ़ विधानसभा, मंत्रालय, जंगल सफारी, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, साइंस सेंटर और पुरखौती मुक्तांगन का भ्रमण करेंगी।

अब तब- 01 जुलाई 2016 से शुरू हुई हमर छत्तीसगढ़ योजना में अब तक एक लाख 43 हजार 756 निर्वाचित जनप्रतिनिधि राजधानी की अध्ययन यात्रा कर चुके हैं। इनमें त्रिस्तरीय पंचायतीराज संस्थाओं के एक लाख 37 हजार 300 और सहकारी संस्थाओं के छह हजार 456 प्रतिनिधि शामिल हैं।